नीचे BASIC-MR (Behavioural Assessment Scales for Indian Children with Mental Retardation) के बारे में सामान्य प्रश्नों और उनके संक्षिप्त, स्पष्ट उत्तर दिए गए हैं। यह शिक्षकों, अभिभावकों और विशेष शिक्षा में रुचि रखने वालों के लिए उपयोगी है। प्रत्येक उत्तर संक्षिप्त और जानकारीपूर्ण है, जिसमें उदाहरण शामिल हैं, जैसा कि एक शिक्षक कक्षा में समझाता है।
BASIC-MR क्या है?
BASIC-MR एक व्यवहारिक मूल्यांकन उपकरण है, जिसे 1992 में रीटा पेशावरिया और एस. वेंकटेशन ने NIMH (अब NIEPID), सिकंदराबाद में विकसित किया। यह मानसिक मंदता (बौद्धिक अक्षमता) वाले बच्चों (3-18 वर्ष) के कौशल और समस्याग्रस्त व्यवहारों का आकलन करता है। यह भारतीय स्कूलों के लिए सांस्कृतिक रूप से प्रासंगिक है।
उदाहरण: यह पता लगाने में मदद करता है कि बच्चा जूते बाँध सकता है या कक्षा में अक्सर गुस्सा करता है।
BASIC-MR के दो भाग कौन से हैं?
BASIC-MR दो भागों में बंटा है:
भाग A: 280 आइटम, 7 डोमेन (मोटर, दैनिक जीवन, भाषा, पढ़ना-लिखना, संख्या-समय, घरेलू-सामाजिक, प्री-वोकेशनल-मनी)। कौशल व्यवहारों का मूल्यांकन।
भाग B: 75 आइटम, 10 डोमेन (हिंसक व्यवहार, टेंट्रम्स, अतिसक्रियता आदि)। समस्याग्रस्त व्यवहारों की पहचान।
उदाहरण: भाग A में “बच्चा अपना नाम लिखता है” (पढ़ना-लिखना), भाग B में “बच्चा दूसरों को मारता है” (हिंसक व्यवहार)।
BASIC-MR का उपयोग क्यों किया जाता है?
इसका उपयोग बच्चों की वर्तमान क्षमताओं और समस्याओं को समझने, प्रशिक्षण योजना बनाने, और प्रगति ट्रैक करने के लिए किया जाता है। यह शिक्षकों को व्यक्तिगत शिक्षण लक्ष्य निर्धारित करने में मदद करता है।
उदाहरण: रोहन, 10 वर्ष, जूते नहीं बाँध पाता। BASIC-MR से पता चलता है कि उसे मौखिक संकेत चाहिए, तो शिक्षक इसे सिखाने पर फोकस करता है।
BASIC-MR का उपयोग कौन कर सकता है?
विशेष शिक्षक, स्कूल शिक्षक, मनोवैज्ञानिक, और प्रशिक्षित पेशेवर। माता-पिता साक्षात्कार में योगदान दे सकते हैं। 1-2 दिन की ट्रेनिंग से इसे बेहतर समझा जा सकता है।
उदाहरण: एक शिक्षक रोहन की मां से पूछता है, “वह घर में क्या करता है?” और कक्षा में उसका अवलोकन करता है।
BASIC-MR का उपयोग कैसे करें?
चार मुख्य चरण:
1. तैयारी: सामग्री (खिलौने, चित्र, दैनिक वस्तुएं) इकट्ठा करें।
2. मूल्यांकन: प्रत्यक्ष अवलोकन, साक्षात्कार, और टास्क द्वारा व्यवहार जांचें।
3. स्कोरिंग: भाग A (स्वतंत्र, संकेत, मौखिक/शारीरिक संकेत, निर्भर); भाग B (कभी नहीं, कभी-कभी, अक्सर)।
4. प्रोफाइल: रिकॉर्ड बुकलेट में डेटा दर्ज करें, ग्राफ बनाएं, तिमाही मूल्यांकन करें।
उदाहरण: रोहन को “मुंह धोना” टास्क दिया। वह मौखिक संकेत से धोता है → VP स्कोर। शिक्षक इसे रिकॉर्ड करता है।
BASIC-MR में स्कोरिंग कैसे की जाती है?
भाग A: प्रत्येक आइटम को 5 श्रेणियों में स्कोर – स्वतंत्र (I=4), संकेत (C=3), मौखिक संकेत (VP=2), शारीरिक संकेत (PP=1), पूरी तरह निर्भर (TD =0)। मैक्स स्कोर प्रति डोमेन 160।
भाग B: कभी नहीं (0), कभी-कभी (1), अक्सर (2)। मैक्स स्कोर 150।
उदाहरण: रोहन 20 आइटम में I, 10 में VP, 10 में TD स्कोर करता है। कुल: (20×4) + (10×2) + (10×0) = 100। प्रतिशत: (100/160) x 100 = 62.5%।
BASIC-MR कब उपयोग करें?
तीन अवसरों पर:
1. बेसलाइन: प्रशिक्षण शुरू करने से पहले, साल में एक बार।
2. तिमाही: हर 3 महीने में प्रगति जांच।
3. अंतिम मूल्यांकन: साल के अंत में।
उदाहरण: रोहन का बेसलाइन स्कोर 40%, 3 महीने बाद 60%, साल के अंत में 75%।
BASIC-MR के लिए सामग्री क्या चाहिए?
मैनुअल में उल्लिखित सामग्री जैसे गेंद, रंगीन कार्ड्स, ब्रश, सिक्के, किताब, पेंसिल। रिकॉर्ड बुकलेट और प्रोफाइल शीट्स भी जरूरी।
उदाहरण: “रंग पहचान” टास्क के लिए 5 रंगीन कार्ड्स। “जूता बाँधना” के लिए जूता।
BASIC-MR के लाभ क्या हैं?
वस्तुनिष्ठ और भारतीय संदर्भ के लिए उपयुक्त।
– व्यक्तिगत शिक्षण योजना बनाने में मदद।
– प्रगति को मापने और माता-पिता को रिपोर्ट देने में सहायक।
– रिलायबिलिटी और वैलिडिटी टेस्टेड।
उदाहरण: रोहन की प्रगति ग्राफ से शिक्षक और माता-पिता को पता चलता है कि वह अब स्वतंत्र रूप से ब्रश करता है।
BASIC-MR के उपयोग की चुनौतियां क्या हैं?
समय लगता है (प्रति बच्चा 1-2 घंटे)।
– प्रशिक्षण की आवश्यकता हो सकती है।
– सटीक अवलोकन के लिए अनुभव चाहिए।
उदाहरण: शिक्षक को शुरू में रोहन के टेंट्रम्स को सही रेट करने में कठिनाई, लेकिन ग्लोसरी और ट्रेनिंग से सुधार।
BASIC-MR और अन्य उपकरणों में क्या अंतर है?
BASIC-MR भारतीय स्कूलों के लिए बनाया गया, जबकि अन्य उपकरण (जैसे MDPS, NASEOH चेकलिस्ट) में सांस्कृतिक प्रासंगिकता या वस्तुनिष्ठता कम हो सकती है। इसमें ग्लोसरी, रिकॉर्ड बुकलेट, और प्रोफाइल शीट्स हैं।
उदाहरण: MDPS में सामग्री किट है, लेकिन BASIC-MR में समस्याग्रस्त व्यवहारों का अलग भाग B है।
क्या माता-पिता BASIC-MR का उपयोग कर सकते हैं?
माता-पिता साक्षात्कार में जानकारी दे सकते हैं, लेकिन मूल्यांकन प्रशिक्षित शिक्षक या पेशेवर करते हैं।
उदाहरण: रोहन की मां बताती है कि वह घर में कितनी बार गुस्सा करता है।
BASIC-MR की सीमाएं क्या हैं?
केवल स्कूल-going बच्चों के लिए सबसे उपयुक्त।
– गंभीर मामलों में अतिरिक्त उपकरण चाहिए।
– डेटा रिकॉर्डिंग में समय लगता है।
उदाहरण: 20 वर्षीय गंभीर मंदता वाले व्यक्ति के लिए अन्य टूल्स की जरूरत।
BASIC-MR कहां से प्राप्त करें?
NIEPID, सिकंदराबाद से मैनुअल और रिकॉर्ड बुकलेट उपलब्ध। डिजिटल संसाधन उनकी वेबसाइट (niepid.nic.in,पर मिल सकते हैं।
- Characteristics, incidence, prevalence, types and needs of Intellectual Disability, Autism, SLD, Multiple Disability and other RPwD conditions.

- Characteristics, Incidence, Prevalence, Types & Needs of Persons with Disabilities

- Significant Provisions for Empowerment of Learners with Disabilities – RPWD Act 2016)

- Important Days for Persons with Disabilities (PwDs)

- BASICS OF DISABILITY

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