ID, ASD, SLD & Multiple Disabilities – Definition & Management

Table of Contents

📘 परिभाषा, कारण, प्रकार और प्रबंधन

🧠 Intellectual Disability (बौद्धिक अक्षमता/दिव्यांगता – ID)

Intellectual Disability (ID), जिसे पहले मानसिक मंदता (Mental Retardation) कहा जाता था, इस कोर्स (IDD) का मुख्य केंद्र है। यह कोई बीमारी नहीं, बल्कि एक विकासात्मक स्थिति है।

1. Definition (परिभाषा)

AAIDD (American Association on Intellectual and Developmental Disabilities) & RPWD Act 2016 के अनुसार: बौद्धिक अक्षमता की विशेषता है:

  1. Intellectual Functioning: बौद्धिक कार्यक्षमता में महत्वपूर्ण कमी (IQ < 70-75)। इसमें तर्क करना, योजना बनाना, और समस्याओं को सुलझाना शामिल है।
  2. Adaptive Behavior: अनुकूली व्यवहार में कमी। यह तीन क्षेत्रों में होती है:
    • Conceptual: भाषा, पढ़ना, लिखना, पैसा, समय।
    • Social: दूसरों के साथ व्यवहार, नियम पालन, भोलापन (Gullibility)।
    • Practical: व्यक्तिगत देखभाल (ADL), काम, सुरक्षा।
  3. Developmental Period: यह स्थिति 18 वर्ष (RPWD Act) या 22 वर्ष (AAIDD) की आयु से पहले उत्पन्न होनी चाहिए।

2. Classification (वर्गीकरण)

A. Psychological/Medical Classification (Based on IQ):

  • Mild (हल्का) [IQ 50-69]: ‘Educable’ (शिक्षण योग्य)। ये कक्षा 5-6 तक की पढ़ाई कर सकते हैं और स्वतंत्र रूप से नौकरी कर सकते हैं।
  • Moderate (मध्यम) [IQ 35-49]: ‘Trainable’ (प्रशिक्षण योग्य)। इन्हें दैनिक जीवन कौशल और सरल व्यावसायिक कार्यों का प्रशिक्षण दिया जा सकता है।
  • Severe (गंभीर) [IQ 20-34]: इन्हें निरंतर निगरानी और सहायता की आवश्यकता होती है।
  • Profound (अति गंभीर) [IQ < 20]: इन्हें जीवन भर 24×7 देखभाल (Nursing Care) की आवश्यकता होती है।

B. Educational Classification (Based on Support Needs – New Approach): अब हम बच्चे को IQ लेबल देने के बजाय यह देखते हैं कि उसे सहयोग (Support) की कितनी जरूरत है:

  1. Intermittent: जरूरत पड़ने पर सहायता (जैसे केवल नौकरी ढूंढते समय)।
  2. Limited: सीमित समय के लिए सहायता (जैसे स्कूल के दौरान)।
  3. Extensive: नियमित और लंबी अवधि की सहायता (दैनिक घर पर)।
  4. Pervasive: उच्च तीव्रता वाली, जीवन भर की सहायता (जीवन रक्षक सहायता)।

3. Causes and Prevention (कारण और रोकथाम)

(Unit 1 और 2 में वर्णित Prenatal, Natal, Postnatal कारण यहाँ भी लागू होते हैं)

  • Prevention: आनुवंशिक परामर्श (Genetic Counseling), गर्भावस्था में पोषण, और संस्थागत प्रसव (Institutional Delivery)।

4. Educational Implications (शैक्षिक निहितार्थ)

  • Slow Learning Rate: सामान्य बच्चे को 2 बार में समझ आता है, ID बच्चे को 20 बार अभ्यास की जरूरत हो सकती है।
  • Short Attention Span: ध्यान बहुत जल्दी भटकता है।
  • Lack of Generalization: स्कूल में सीखा हुआ कौशल घर पर लागू करने में कठिनाई (जैसे स्कूल में ‘लाल’ रंग पहचाना, लेकिन घर पर ‘लाल’ सेब नहीं पहचाना)।
  • Abstract Thinking: ‘ईमानदारी’ या ‘लोकतंत्र’ जैसे अमूर्त शब्दों को समझना मुश्किल है।

5. Management (प्रबंधन)

  • Individualized Education Programme (IEP): हर बच्चे के लिए अलग योजना।
  • Task Analysis: जटिल कार्य को छोटे-छोटे चरणों में तोड़ना (जैसे ब्रश करना सिखाने के लिए 10 चरण)।
  • Functional Academics: केवल किताब पढ़ाना नहीं, बल्कि जीवन जीने के लिए जरूरी गणित (पैसे गिनना) और भाषा (बोर्ड पढ़ना) सिखाना।
  • Skill Training:
    • ADL (Activities of Daily Living): नहाना, खाना, कपड़े पहनना।
    • Vocational Training: मोमबत्ती बनाना, फाइल बनाना, कंप्यूटर डाटा एंट्री (क्षमता अनुसार)।

Mind Map:

Mind map on intellectual disability concepts


📚 Specific Learning Disabilities (विशिष्ट अधिगम अक्षमता – SLD)

यह “छिपी हुई विकलांगता” (Hidden Disability) है। बच्चा देखने में सामान्य लगता है और होशियार भी हो सकता है, लेकिन उसके नंबर कम आते हैं।

1. Definition (परिभाषा)

RPWD Act 2016 के अनुसार, यह भाषा (बोलने या लिखने) को समझने या उपयोग करने में शामिल बुनियादी मनोवैज्ञानिक प्रक्रियाओं में से एक विकार है।

  • महत्वपूर्ण बिंदु: बच्चे का IQ औसत या औसत से ऊपर होता है। समस्या “बुद्धि” (Hardware) में नहीं, बल्कि “सूचना प्रसंस्करण” (Software/Wiring) में है।

2. Types of SLD (प्रकार)

A. Dyslexia (डिस्लेक्सिया – पठन विकार)

  • लक्षण:
    • शब्दों को पढ़ने में कठिनाई (Decoding)।
    • अक्षरों का दर्पण प्रतिबिंब (Mirror Image) देखना (b को d, saw को was)।
    • धीमी गति से पढ़ना और पढ़ा हुआ न समझना।

B. Dysgraphia (डिस्ग्राफिया – लेखन विकार)

  • लक्षण:
    • बहुत खराब लिखावट (Illegible handwriting)।
    • पेंसिल को बहुत जोर से पकड़ना (Painful grip)।
    • शब्दों के बीच जगह (Spacing) ठीक न होना।
    • अपने विचारों को कागज पर उतारने में कठिनाई।

C. Dyscalculia (डिस्कैलकुलिया – गणितीय विकार)

  • लक्षण:
    • संख्याओं के आकार या मात्रा को न समझना (Number sense)।
    • जोड़-घटाव के चिन्हों में भ्रम।
    • समय देखने या पैसे गिनने में समस्या।

D. Dyspraxia (डिस्प्रैक्सिया – मोटर समन्वय विकार)

  • इसे अक्सर SLD के साथ देखा जाता है। इसमें शारीरिक संतुलन, बटन लगाने या लेस बांधने में कठिनाई होती है।

3. Educational Implications (शैक्षिक निहितार्थ)

  • Unexpected Failure: बच्चा मौखिक रूप से होशियार है लेकिन लिखित परीक्षा में फेल हो जाता है।
  • Low Self-Esteem: बच्चे को लगता है कि वह “बेवकूफ” है या शिक्षक उसे “आलसी” समझते हैं।
  • Avoidance: पढ़ने या लिखने वाले कार्यों से बचने की कोशिश करना।

4. Management (प्रबंधन)

  • Remedial Education (उपचारात्मक शिक्षा): सामान्य ट्यूशन नहीं, बल्कि विशेष तरीके से पढ़ाना।
  • Multisensory Approach (VAKT):
    • Visual (देखकर), Auditory (सुनकर), Kinesthetic (गति करके), Tactile (छूकर) सिखाना। उदाहरण: रेत पर उंगली से अक्षर लिखना।
  • Accommodations (सुविधाएं):
    • परीक्षा में अतिरिक्त समय (Extra time)।
    • लेखक (Scribe) की सुविधा।
    • कैलकुलेटर का उपयोग करने की अनुमति।
    • स्पेलिंग की गलतियों को नजरअंदाज करना।

Mindmap:

Mind map of specific learning disabilities

🧩 Autism Spectrum Disorder (ऑटिज्म स्पेक्ट्रम डिसऑर्डर – ASD)

इसे “स्पेक्ट्रम” इसलिए कहा जाता है क्योंकि इसमें लक्षण हल्के (High Functioning) से लेकर गंभीर (Severe) तक हो सकते हैं।

1. Definition (परिभाषा)

यह एक स्नायु-विकासात्मक (Neuro-developmental) विकार है जो मुख्य रूप से जीवन के पहले तीन वर्षों में प्रकट होता है। यह व्यक्ति के सामाजिक संपर्क और संचार कौशल को प्रभावित करता है।

2. Characteristics: The Triad of Impairments (कठिनाई की तिकड़ी)

A. Social Interaction (सामाजिक संपर्क में कठिनाई)

  • Eye Contact: आँखों में आँखें डालकर बात नहीं करते।
  • Alone: अकेले खेलना पसंद करते हैं। दूसरे बच्चों में रुचि नहीं लेते।
  • Empathy: दूसरों की भावनाओं को समझने में कठिनाई (Theory of Mind deficit)।

B. Communication (संचार में कठिनाई)

  • Non-verbal: कुछ बच्चे कभी बोलना नहीं सीखते।
  • Echolalia: तोते की तरह शब्दों को दोहराना (जैसे अगर पूछो “तुम्हारा नाम क्या है?”, तो वे जवाब देंगे “तुम्हारा नाम क्या है?”)।
  • Literal Meaning: मुहावरों या मजाक को नहीं समझते (जैसे “पेट में चूहे कूदना” सुनकर वे सच में चूहे ढूंढने लगेंगे)।

C. Restricted & Repetitive Behavior (सीमित और दोहराव वाले व्यवहार)

  • Stimming: हाथ फड़फड़ाना (Hand flapping), गोल घूमना, या आगे-पीछे हिलना (Rocking)।
  • Routine: दिनचर्या में बदलाव पसंद नहीं करते। अगर स्कूल जाने का रास्ता बदल जाए, तो बहुत परेशान (Meltdown) हो सकते हैं।
  • Obsessive Interest: किसी एक ही चीज़ (जैसे पंखे, ट्रेन, डायनासोर) में अत्यधिक रुचि।

3. Sensory Issues (संवेदी समस्याएं)

  • Hyper-sensitive: तेज आवाज़ (कुकर की सीटी, पटाखे) से कान बंद कर लेना।
  • Hypo-sensitive: चोट लगने पर भी दर्द महसूस न होना, या गहरे दबाव (Deep pressure) की मांग करना।

4. Management (प्रबंधन)

  • Early Intervention: जितनी जल्दी थेरेपी शुरू हो, उतना बेहतर।
  • Applied Behavior Analysis (ABA): व्यवहार को सुधारने की वैज्ञानिक तकनीक।
  • Structured Teaching (TEACCH): वातावरण को व्यवस्थित करना। दृश्य समय सारिणी (Visual Schedules) का उपयोग करना ताकि बच्चे को पता हो कि आगे क्या करना है।
  • Social Stories: छोटी कहानियों के माध्यम से यह सिखाना कि सामाजिक स्थितियों में कैसे व्यवहार करें।
  • Dietary Intervention: कुछ मामलों में ग्लूटेन-फ्री/केसीन-फ्री डाइट (GFCF) मदद करती है (डॉक्टर की सलाह पर)।

Mindmap:

Mind map of autism spectrum disorder

🧠 Mental Illness and Multiple Disabilities

A. Mental Illness (मानसिक रुग्णता)

Mental Illness vs. Intellectual Disability (महत्वपूर्ण अंतर) छात्र अक्सर इन दोनों में भ्रमित होते हैं। यह अंतर समझना परीक्षा के लिए महत्वपूर्ण है।

आधारIntellectual Disability (ID)Mental Illness (MI)
प्रकृतियह विकासात्मक स्थिति है (Developmental)।यह चिकित्सा स्थिति/बीमारी है (Medical)।
शुरुआत18 वर्ष से पहले (बचपन में)।जीवन के किसी भी चरण में हो सकती है।
IQ (बुद्धि)औसत से कम (<70)।सामान्य या बहुत अधिक भी हो सकती है।
इलाजठीक (Cure) नहीं हो सकता, केवल प्रबंधन और प्रशिक्षण संभव है।दवाओं और मनोचिकित्सा (Psychotherapy) से पूरी तरह ठीक हो सकता है।

Types of Mental Illness:

  1. Schizophrenia (सिज़ोफ्रेनिया): वास्तविकता से संपर्क टूट जाना, मतिभ्रम (Hallucinations – आवाजें सुनाई देना)।
  2. Mood Disorders:
    • Depression: अत्यधिक उदासी।
    • Bipolar Disorder: कभी बहुत खुशी (Mania) और कभी बहुत उदासी (Depression)।
  3. Anxiety Disorders: अत्यधिक घबराहट या डर (Phobia)।

Management:

  • Medication: मनोचिकित्सक (Psychiatrist) द्वारा दवाएं।
  • Psychotherapy/Counseling: मनोवैज्ञानिक द्वारा।
  • Rehabilitation: बीमारी ठीक होने के बाद समाज में पुनर्स्थापित करना।

B. Multiple Disabilities (बहु-विकलांगता)

Definition: एक ही व्यक्ति में दो या दो से अधिक प्रमाणित विकलांगताओं का सह-अस्तित्व (Co-existence)।

  • उदाहरण:
    • Deaf-Blindness (बधिर-अंधता)।
    • CP + ID (सेरेब्रल पाल्सी के साथ बौद्धिक अक्षमता)।

Educational Implications:

  • Severe Communication Gap: संवाद करना सबसे बड़ी चुनौती है।
  • Dependency: दैनिक कार्यों (ADL) के लिए पूर्ण निर्भरता।
  • Health Issues: अक्सर इन्हें मिर्गी या सांस लेने में तकलीफ जैसी समस्याएं साथ में होती हैं।

Management:

  • Trans-disciplinary Team: सभी विशेषज्ञों (PT, OT, ST, Special Educator) को एक साथ मिलकर एक ही लक्ष्य पर काम करना होता है।
  • Partial Participation: अगर बच्चा पूरा काम नहीं कर सकता, तो उसे काम के एक छोटे हिस्से में शामिल करें (जैसे चम्मच पकड़ना)।

Mindmap:

Comparison of intellectual disability and mental illness

🩸 Chronic Neurological Conditions and Blood Disorders

RPWD Act 2016 में इन्हें नई श्रेणियों के रूप में जोड़ा गया है।

A. Chronic Neurological Conditions (जीर्ण तंत्रिका संबंधी स्थितियां)

  1. Multiple Sclerosis (मल्टीपल स्केलेरोसिस):
    • यह एक ऑटोइम्यून बीमारी है जो केंद्रीय तंत्रिका तंत्र (CNS) को प्रभावित करती है।
    • लक्षण: थकान, धुंधला दिखना, अंगों में सुन्नता (Numbness), संतुलन की समस्या।
    • शैक्षिक निहितार्थ: छात्र को लिखने में थकान हो सकती है। उसे “Scribe” (लेखक) की जरूरत पड़ सकती है।
  2. Parkinson’s Disease (पार्किंसंस रोग):
    • मुख्य रूप से बुजुर्गों में होता है, लेकिन कभी-कभी कम उम्र में भी हो सकता है।
    • लक्षण: हाथ-पैरों में कंपन (Tremors), मांसपेशियों में जकड़न।

B. Blood Disorders (रक्त विकार)

  1. Haemophilia (हीमोफीलिया):
    • क्या है: एक आनुवंशिक विकार जिसमें खून का थक्का (Clot) नहीं जमता। छोटी सी चोट से भी लगातार खून बहता है।
    • प्रबंधन: स्कूल में चोट लगने से बचाना। संपर्क वाले खेल (Contact Sports) जैसे फुटबॉल, कबड्डी से दूर रखना।
  2. Thalassemia (थैलेसीमिया):
    • क्या है: शरीर में हीमोग्लोबिन ठीक से नहीं बनता।
    • लक्षण: गंभीर रक्ताल्पता (Anemia), थकान, कमजोरी।
    • प्रबंधन: बच्चे को बार-बार ब्लड ट्रांसफ्यूजन के लिए अस्पताल जाना पड़ता है, जिससे स्कूल छूटता है। शिक्षक को इसे समझना चाहिए।
  3. Sickle Cell Disease:
    • क्या है: लाल रक्त कोशिकाएं (RBC) गोल के बजाय हंसिये (Sickle) के आकार की हो जाती हैं और नसों में फंस जाती हैं।
    • लक्षण: असहनीय दर्द (Crisis), संक्रमण का खतरा।
    • प्रबंधन: बच्चे को पानी पीने की छूट दें (Hydration जरूरी है) और ज्यादा थकान वाले कामों से बचाएं।

Mindmap:

mindmap


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