📘 परिभाषा, कारण, प्रकार और प्रबंधन
♿ Locomotor Disability (चलन निशक्तता)
लोकोमोटर विकलांगता का अर्थ है हड्डियों, जोड़ों या मांसपेशियों की ऐसी समस्या जो व्यक्ति के अंगों (हाथों या पैरों) की गति (Movement) को प्रतिबंधित करती है। इसमें तीन प्रमुख स्थितियां शामिल हैं: पोलियो, सेरेब्रल पाल्सी और मस्कुलर डिस्ट्रॉफी।
A. Poliomyelitis (पोलियो)
1. Definition (परिभाषा)
पोलियो (Poliomyelitis) एक अत्यधिक संक्रामक वायरल बीमारी है जो मुख्य रूप से छोटे बच्चों (5 वर्ष से कम) को प्रभावित करती है। यह वायरस तंत्रिका तंत्र (Nervous System) पर हमला करता है और कुछ ही घंटों में पूर्ण पक्षाघात (Paralysis) का कारण बन सकता है।
2. Causes and Transmission (कारण और संचरण)
- Poliovirus: यह बीमारी पोलियो वायरस (Type 1, 2, or 3) के कारण होती है।
- Fecal-Oral Route: वायरस संक्रमित व्यक्ति के मल (Stool) से दूषित भोजन या पानी के माध्यम से फैलता है।
3. Types (प्रकार)
- Spinal Polio: सबसे आम प्रकार। यह रीढ़ की हड्डी के मोटर न्यूरॉन्स को नष्ट करता है, जिससे पैरों या हाथों में लकवा हो जाता है।
- Bulbar Polio: यह ब्रेनस्टेम (Brainstem) को प्रभावित करता है, जिससे सांस लेने और निगलने में कठिनाई होती है। यह घातक हो सकता है।
- Bulbospinal Polio: यह दोनों का मिश्रण है।
4. Prevention (रोकथाम)
- Vaccination (टीकाकरण): पोलियो का कोई इलाज (Cure) नहीं है, इसे केवल रोका जा सकता है।
- OPV (Oral Polio Vaccine): दो बूंद जिंदगी की।
- IPV (Inactivated Polio Vaccine): इंजेक्शन द्वारा।
- Hygiene: साफ-सफाई और स्वच्छ पेयजल।
5. Educational Implications (शैक्षिक निहितार्थ)
- Mobility Issues: बच्चे को स्कूल आने-जाने और कक्षा में घूमने में दिक्कत हो सकती है।
- Normal Intelligence: पोलियो से प्रभावित बच्चों की बौद्धिक क्षमता पूरी तरह सामान्य होती है। उन्हें विशेष पाठ्यक्रम की नहीं, बल्कि सुगम वातावरण की जरूरत होती है।
6. Management (प्रबंधन)
- Surgical Correction: विकृतियों (Deformities) को ठीक करने के लिए सर्जरी।
- Assistive Devices: कैलिपर्स (Calipers), बैसाखी (Crutches), व्हीलचेयर।
- Physiotherapy: मांसपेशियों की ताकत बनाए रखने के लिए।
B. Cerebral Palsy (प्रमस्तिष्क पक्षाघात – CP)
1. Definition (परिभाषा)
‘Cerebral’ का अर्थ है मस्तिष्क और ‘Palsy’ का अर्थ है गति में कमी। यह विकारों का एक समूह है जो गति, संतुलन और आसन (Posture) को प्रभावित करता है। यह एक Non-progressive स्थिति है (समय के साथ बिगड़ती नहीं है)।
2. Causes (कारण)
यह विकसित हो रहे मस्तिष्क (गर्भ से 3-5 वर्ष तक) में क्षति के कारण होता है।
- Prenatal: आनुवंशिक कारण, गर्भावस्था में संक्रमण (Rubella), माँ का कुपोषण।
- Natal (सबसे महत्वपूर्ण): जन्म के समय ऑक्सीजन की कमी (Birth Asphyxia/Hypoxia), समय से पहले जन्म (Premature birth)।
- Postnatal: सिर में चोट, दिमागी बुखार (Meningitis), पीलिया (Severe Jaundice)।
3. Types (प्रकार)
- Spastic CP (जकड़न): मांसपेशियां बहुत सख्त (Stiff) होती हैं। यह सबसे आम प्रकार है (70-80%)।
- Athetoid/Dyskinetic CP: अनियंत्रित और धीमी गति (Uncontrolled movements)। बच्चा स्थिर नहीं बैठ सकता।
- Ataxic CP: संतुलन और गहराई (Depth perception) का अभाव। बच्चा लड़खड़ा कर चलता है।
- Mixed CP: एक से अधिक प्रकार के लक्षण।
4. Educational Implications (शैक्षिक निहितार्थ)
- Fine Motor Issues: लिखने, पन्ने पलटने या पेंसिल पकड़ने में कठिनाई।
- Speech Problems: हकलाना या अस्पष्ट बोली (Dysarthria)।
- Associated Conditions: कुछ बच्चों में मिर्गी (Epilepsy) या बौद्धिक अक्षमता भी हो सकती है, लेकिन सभी में नहीं।
5. Management (प्रबंधन)
- Multi-disciplinary Approach: फिजियोथेरेपी (चलने के लिए), ऑक्यूपेशनल थेरेपी (हाथों के कौशल के लिए), और स्पीच थेरेपी।
- Adaptive Devices: विशेष कुर्सियाँ (Corner chairs), लिखने के लिए मोटे ग्रिपर (Grippers), कम्युनिकेशन बोर्ड।
C. Muscular Dystrophy (मांसपेशीय दुर्विकास – MD)
1. Definition (परिभाषा)
यह आनुवंशिक बीमारियों का एक समूह है जिसमें मांसपेशियां धीरे-धीरे कमजोर होती जाती हैं और नष्ट होने लगती हैं। यह Progressive (प्रगतिशील) है, यानी समय के साथ हालत बिगड़ती जाती है।
2. Causes (कारण)
- Genetics: यह जीन में उत्परिवर्तन (Mutation) के कारण होता है जो प्रोटीन बनाने में बाधा डालता है (विशेषकर Dystrophin प्रोटीन)।
3. Types (प्रकार)
- Duchenne Muscular Dystrophy (DMD): सबसे आम और गंभीर। यह केवल लड़कों को प्रभावित करता है। लक्षण 3-5 साल में दिखने लगते हैं (बार-बार गिरना, उठने में कठिनाई)। 12 साल तक बच्चा व्हीलचेयर पर आ जाता है।
- Becker MD: DMD जैसा ही, लेकिन लक्षण धीमे होते हैं।
4. Educational Implications (शैक्षिक निहितार्थ)
- Physical Fatigue: बच्चा जल्दी थक जाता है। उसे लिखने में थकान हो सकती है।
- Absenteeism: स्वास्थ्य समस्याओं के कारण बार-बार स्कूल से अनुपस्थित रहना।
- Emotional Needs: अपनी गिरती हुई सेहत को देखकर बच्चा डिप्रेशन में जा सकता है।
5. Management (प्रबंधन)
- इसका कोई इलाज नहीं है। प्रबंधन का उद्देश्य जीवन की गुणवत्ता बढ़ाना है।
- Physiotherapy: जकड़न (Contractures) को रोकने के लिए।
- Counseling: बच्चे और परिवार के लिए भावनात्मक सहयोग।
👁️ Visual Impairment (दृष्टिबाधितता)
1. Definition (परिभाषा – RPWD Act 2016 के अनुसार)
- Blindness (पूर्ण अंधता):
- दृष्टि का पूर्ण अभाव।
- या, सुधार के बाद भी बेहतर आंख में दृष्टि तीक्ष्णता (Visual Acuity) 3/60 या 10/200 से कम।
- या, दृष्टि का क्षेत्र (Field of Vision) 10 डिग्री से कम।
- Low Vision (अल्प दृष्टि):
- उपचार या सुधार के बाद भी दृष्टि क्षमता कम है, लेकिन व्यक्ति सहायक उपकरणों के साथ दृष्टि का उपयोग कार्यों के लिए कर सकता है।
- दृष्टि तीक्ष्णता 6/18 से 3/60 के बीच।
2. Causes and Prevention (कारण और रोकथाम)
- Cataract (मोतियाबिंद): लेंस का धुंधला होना। (सर्जरी द्वारा इलाज संभव)।
- Glaucoma (काला मोतिया): आंख के अंदर दबाव बढ़ने से ऑप्टिक नर्व खराब होना।
- Refractive Errors: निकट दृष्टि या दूर दृष्टि दोष (चश्मे से ठीक हो सकता है)।
- Vitamin A Deficiency: रतौंधी (Night Blindness) और कॉर्निया का सूखना। (रोकथाम: विटामिन ए की खुराक और हरी सब्जियां)।
- Infections: ट्रेकोमा (Trachoma)।
3. Educational Implications (शैक्षिक निहितार्थ)
- Access to Information: बच्चा बोर्ड पर लिखा नहीं देख सकता। उसे जानकारी सुनने या छूने के माध्यम से चाहिए।
- Reading/Writing: सामान्य किताबें बेकार हैं। ब्रेल या बड़े अक्षरों (Large Print) की जरूरत होती है।
- Concept Formation: ‘रंग’ या ‘दूरी’ जैसे दृश्य संप्रत्यय (Visual Concepts) समझने में कठिनाई।
4. Management (प्रबंधन)
- Assistive Technology:
- Braille: पढ़ने-लिखने के लिए।
- Screen Readers: JAWS, NVDA सॉफ्टवेयर कंप्यूटर के लिए।
- Magnifiers: Low vision बच्चों के लिए।
- Orientation and Mobility (O&M): सफेद छड़ी (White Cane) का उपयोग करके स्वतंत्र रूप से चलना सिखाना।
- Plus Curriculum: सामान्य विषयों के अलावा ब्रेल, O&M और दैनिक जीवन कौशल (ADL) सिखाना।
🦻 Hearing Impairment (श्रवण बाधितता)
1. Definition (परिभाषा)
सुनने की क्षमता में कमी या हानि।
- Deaf (बधिर): दोनों कानों में 70 dB या उससे अधिक की हानि। वे सुनकर भाषा नहीं सीख सकते।
- Hard of Hearing (ऊँचा सुनने वाले): 60 dB से 70 dB की हानि। वे Hearing Aids की मदद से सुन सकते हैं।
2. Causes (कारण)
- Pre-lingual (भाषा सीखने से पहले): आनुवंशिक, गर्भावस्था में संक्रमण (Rubella), जन्म के समय ऑक्सीजन की कमी।
- Post-lingual (भाषा सीखने के बाद): कान में संक्रमण (Otitis Media), तेज शोर (Noise Pollution), चोट, या उम्र का बढ़ना।
3. Types of Hearing Loss
- Conductive: बाहरी या मध्य कान में समस्या (इलाज संभव)।
- Sensorineural: भीतरी कान (Cochlea) या नस में समस्या (स्थायी क्षति)।
- Mixed: दोनों का मिश्रण।
4. Educational Implications (शैक्षिक निहितार्थ)
- Language Delay: भाषा मुख्य रूप से सुनकर सीखी जाती है। इसलिए बधिर बच्चों में भाषा और वाणी (Speech) का विकास बहुत देरी से होता है।
- Communication Barrier: शिक्षक और साथियों के साथ बात करने में कठिनाई।
- Abstract Concepts: अमूर्त शब्दों को समझना मुश्किल होता है।
5. Management (प्रबंधन)
- Early Identification: नवजात शिशु की सुनने की जांच (OAE Test)।
- Amplification Devices:
- Hearing Aids: आवाज को तेज करने के लिए।
- Cochlear Implant: शल्य चिकित्सा द्वारा लगाया जाने वाला यंत्र जो सीधे नसों को उत्तेजित करता है।
- Communication Options:
- Oralism: बोलना और होंठ पढ़ना (Lip Reading) सिखाना।
- Manualism: सांकेतिक भाषा (Sign Language)।
- Total Communication: संकेत, वाणी, और सुनने का मिला-जुला उपयोग।
🗣️ Speech and Language Disorder (वाणी और भाषा विकार)
वाणी (Speech) का अर्थ है आवाज़ निकालना, और भाषा (Language) का अर्थ है विचारों को व्यक्त करना और समझना।
1. Definition and Types (परिभाषा और प्रकार)
A. Speech Disorders (वाणी विकार):
- Articulation Disorders (उच्चारण दोष): शब्दों को साफ न बोल पाना।
- Substitution: ‘कबूतर’ को ‘तबूतर’ कहना।
- Omission: ‘स्कूल’ को ‘कूल’ कहना।
- Distortion: तुतलाना (Lisping)।
- Fluency Disorders (प्रवाह दोष):
- Stuttering (हकलाना): रुक-रुक कर बोलना या शब्दों को दोहराना (क-क-क-कबूतर)।
- Cluttering: बहुत तेजी से और अस्पष्ट बोलना।
- Voice Disorders (आवाज़ दोष):
- आवाज़ का बहुत भारी, बहुत पतला या फटा हुआ (Hoarse) होना।
B. Language Disorders (भाषा विकार):
- Receptive Language Disorder: दूसरों की बात समझने में कठिनाई।
- Expressive Language Disorder: अपने विचारों को शब्दों में व्यक्त करने में कठिनाई।
- Aphasia (वाचाघात): मस्तिष्क चोट के कारण भाषा क्षमता का खो जाना।
2. Causes (कारण)
- Organic (जैविक): फटे होंठ/तालु (Cleft Palate), सुनने में कमी, मस्तिष्क पक्षाघात (CP), या वोकल कॉर्ड में लकवा।
- Functional (कार्यात्मक): कोई शारीरिक कारण नहीं, बल्कि गलत आदत या मनोवैज्ञानिक कारण।
3. Educational Implications (शैक्षिक निहितार्थ)
- Social Isolation: बच्चा बोलने में शर्म महसूस करता है, इसलिए दोस्तों से दूर रहता है।
- Academic Issues: पढ़ने (Reading) और वर्तनी (Spelling) में समस्या हो सकती है।
- Participation: मौखिक परीक्षा या कक्षा में उत्तर देने से बचता है।
4. Management (प्रबंधन)
- Speech Therapy: स्पीच-लैंग्वेज पैथोलॉजिस्ट (SLP) द्वारा चिकित्सा।
- Teacher’s Role:
- बच्चे का वाक्य पूरा न करें, उसे बोलने का समय दें।
- उसका मजाक न उड़ाएं।
- धैर्य से सुनें।
🤝 Deaf-blindness and Multiple Disabilities (बधिर-अंधता और बहु-विकलांगता)
A. Deaf-Blindness (बधिर-अंधता)
1. Definition (परिभाषा)
यह केवल बहरापन + अंधापन नहीं है। यह एक विशिष्ट विकलांगता (Unique Disability) है जिसमें सुनने और देखने दोनों की क्षमता में इतनी कमी होती है कि विशेष शिक्षा की आवश्यकता होती है। व्यक्ति न तो केवल बधिरों के स्कूल में पढ़ सकता है और न ही नेत्रहीनों के।
2. Causes (कारण)
- Usher Syndrome: एक आनुवंशिक स्थिति।
- Rubella: गर्भावस्था में माँ को संक्रमण (Congenital Rubella Syndrome)।
- Prematurity: समय से बहुत पहले जन्म।
3. Implications (निहितार्थ)
- Isolation: व्यक्ति पूरी तरह से स्पर्श (Touch) पर निर्भर हो जाता है। दुनिया से संपर्क कट जाता है।
- Mobility: बिना दृष्टि और श्रवण के चलना-फिरना बहुत कठिन है।
4. Management (प्रबंधन)
- Communication:
- Tactile Sign Language: हाथ पकड़कर संकेत करना।
- Tadoma: होठों और गले पर हाथ रखकर कंपन महसूस करना।
- Interpreter Guide: एक व्यक्ति जो हमेशा साथ रहता है और दुनिया की जानकारी देता है।
B. Multiple Disabilities (बहु-विकलांगता)
1. Definition (परिभाषा)
एक ही व्यक्ति में दो या दो से अधिक विकलांगताओं का संयोजन। उदाहरण:
- Intellectual Disability + Cerebral Palsy (सबसे आम संयोजन)।
- Deaf + Blindness
- Intellectual Disability + Blindness
2. Educational Implications (शैक्षिक निहितार्थ)
- High Support Needs: इन बच्चों को दैनिक जीवन (खाने, नहाने) के लिए भी दूसरों पर निर्भर रहना पड़ता है।
- Complex Learning: सीखने की गति बहुत धीमी होती है। उन्हें अवधारणाएं (Concepts) समझने में बहुत कठिनाई होती है।
3. Management (प्रबंधन)
- Individualized Education Programme (IEP): हर बच्चे की जरूरत अलग होती है, इसलिए व्यक्तिगत योजना जरूरी है।
- Team Approach: शिक्षक, फिजियोथेरेपिस्ट, स्पीच थेरेपिस्ट और माता-पिता को मिलकर काम करना होता है।
- Sensory Integration: विभिन्न संवेदी गतिविधियों (स्पर्श, गंध, ध्वनि) के माध्यम से सिखाना।
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