विकलांग बच्चों के लिए कार्यात्मक आकलन चेकलिस्ट (FACP) – एक सम्पूर्ण मार्गदर्शिका
आज के समय में विशेष शिक्षा में IQ आधारित आकलन के स्थान पर कार्यात्मक स्तर आधारित मूल्यांकन को अधिक प्राथमिकता दी जा रही है। इसका उद्देश्य बच्चों की वास्तविक जीवन की क्षमताओं का आकलन करना और उनकी आवश्यकताओं के अनुसार शिक्षण कार्यक्रम तैयार करना है।
नेशनल इंस्टीट्यूट फॉर द मेंटली हैंडीकैप्ड (NIMH), सिकंदराबाद द्वारा विकसित कार्यात्मक आकलन चेकलिस्ट (Functional Assessment Checklist for Programming – FACP) इसी दिशा में एक प्रभावी उपकरण है। यह चेकलिस्ट विशेष जरूरतों वाले बच्चों के व्यक्तिगत, सामाजिक, शैक्षणिक, व्यावसायिक और मनोरंजन संबंधी कौशलों का मूल्यांकन करने में सहायता करती है।
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FACP क्या है और इसका उद्देश्य क्या है?
FACP एक मूल्यांकन उपकरण है जिसका उपयोग विशेष शिक्षकों और अभिभावकों द्वारा बच्चों की क्षमताओं और प्रगति को मापने के लिए किया जाता है। इसका मुख्य उद्देश्य है:
✅ बच्चों को उनकी क्षमताओं के अनुसार समूहबद्ध करना
✅ शिक्षण प्रक्रिया को व्यवस्थित और प्रभावी बनाना
✅ समय-समय पर बच्चों की प्रगति का मूल्यांकन करना
✅ बच्चे के लिए व्यक्तिगत रूप से अनुकूलित पाठ्यक्रम तैयार करना
यह चेकलिस्ट बच्चों की स्वतंत्र जीवन जीने की क्षमता को विकसित करने पर ध्यान केंद्रित करती है, जिससे वे समाज में बेहतर ढंग से समायोजित हो सकें।
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बच्चों को विभिन्न स्तरों में वर्गीकृत करने की प्रक्रिया
FACP में बच्चों को उनकी आयु और क्षमता के आधार पर विभिन्न समूहों में विभाजित किया जाता है:
1️⃣ प्राथमिक स्तर (Preprimary) – 3 से 6 वर्ष
इस स्तर पर बच्चों की व्यक्तिगत देखभाल, सामाजिक सहभागिता और बुनियादी शिक्षा पर ध्यान दिया जाता है।
उदाहरण: बच्चा अपने हाथ धो सकता है, चम्मच से खाना खा सकता है, और खेल में भाग ले सकता है।
2️⃣ प्राथमिक-I (Primary-I) – 7 से 10 वर्ष
वे बच्चे जो Preprimary स्तर के 80% कार्यों में कुशल हो जाते हैं, उन्हें इस स्तर पर पदोन्नत किया जाता है।
उदाहरण: बच्चा कपड़े पहनना, शौचालय का सही उपयोग, और मूलभूत शब्दों को पहचानना सीखता है।
3️⃣ प्राथमिक-II (Primary-II) – 9 से 14 वर्ष
जिन बच्चों को Primary-I में 80% दक्षता नहीं प्राप्त होती, उन्हें इस स्तर पर रखा जाता है।
इस समूह में शैक्षणिक कौशल की बजाय व्यावहारिक जीवन कौशल पर अधिक ध्यान दिया जाता है।
उदाहरण: बच्चा अपने नाम की पहचान, छोटे वाक्य पढ़ना और बुनियादी गणितीय गणनाएँ सीखता है।
4️⃣ माध्यमिक (Secondary) – 11 से 14 वर्ष
इस स्तर पर बच्चे स्वतंत्रता और समाज के साथ बातचीत करना सीखते हैं।
उदाहरण: बच्चा चीजों को व्यवस्थित करना, पैसे की गिनती, और दिनचर्या का पालन करना सीखता है।
5️⃣ पूर्व-व्यावसायिक स्तर (Prevocational-I & II) – 15 से 18 वर्ष
यह स्तर उन बच्चों के लिए है जो स्वतंत्र रूप से जीवन जीने के लिए तैयार किए जा रहे हैं।
इसमें घरेलू कार्य, सामाजिक कौशल और बुनियादी व्यावसायिक कार्यों पर ध्यान दिया जाता है।
उदाहरण: बच्चा सब्जियां काटना, फर्श साफ करना, साधारण खाना बनाना, और टिकट खरीदना सीखता है।
6️⃣ व्यावसायिक प्रशिक्षण (Vocational Training) – 18 वर्ष से अधिक
इस स्तर पर बच्चे पेशेवर प्रशिक्षण, रोजगार और स्वावलंबन की ओर अग्रसर होते हैं।
उन्हें सरकारी या निजी प्रशिक्षण केंद्रों में भर्ती किया जाता है।
7️⃣ केयर ग्रुप (Care Group)
यह समूह गंभीर मानसिक विकलांगता वाले बच्चों के लिए है।
इन बच्चों को बुनियादी दैनिक जीवन कौशल जैसे खाने, पीने, और शौचालय उपयोग करने में प्रशिक्षित किया जाता है।
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चेकलिस्ट के प्रमुख घटक और मूल्यांकन का तरीका
FACP चेकलिस्ट बच्चों के कौशलों को पाँच प्रमुख श्रेणियों में विभाजित करती है:
1️⃣ व्यक्तिगत कौशल (Personal Skills)
दैनिक जीवन के कार्यों को करने की क्षमता (खाना खाना, कपड़े पहनना, नहाना)
उदाहरण: बच्चा चम्मच पकड़ सकता है, खुद से कपड़े बदल सकता है
2️⃣ सामाजिक कौशल (Social Skills)
दूसरों से बातचीत करना, दोस्त बनाना, बड़ों का सम्मान करना
उदाहरण: बच्चा “धन्यवाद” और “नमस्ते” बोल सकता है, और लाइन में लगना सीख सकता है
3️⃣ शैक्षणिक कौशल (Academic Skills)
पढ़ने, लिखने और गणित करने की क्षमता
उदाहरण: बच्चा अक्षर पहचान सकता है, संख्याओं की गिनती कर सकता है
4️⃣ व्यावसायिक कौशल (Occupational Skills)
सरल घरेलू और व्यावसायिक कार्यों में दक्षता
उदाहरण: बच्चा बर्तन धो सकता है, झाड़ू लगा सकता है, और वस्त्र तह कर सकता है
5️⃣ मनोरंजन और खेल (Recreational Skills)
खेल, कला और रचनात्मक गतिविधियों में भागीदारी
उदाहरण: बच्चा गेंद से खेल सकता है, ड्राइंग कर सकता है, और संगीत सुन सकता है
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मूल्यांकन और पदोन्नति की प्रक्रिया
✅ प्रत्येक बच्चे का तीन महीने में एक बार मूल्यांकन किया जाता है।
✅ बच्चे की प्रगति को एक विशेष रिपोर्ट कार्ड में दर्ज किया जाता है।
✅ यदि बच्चा 80% गतिविधियाँ पूरी कर लेता है, तो उसे अगली श्रेणी में पदोन्नत कर दिया जाता है।
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निष्कर्ष
कार्यात्मक आकलन चेकलिस्ट (FACP) विशेष जरूरतों वाले बच्चों के समग्र विकास के लिए एक अत्यधिक प्रभावी और वैज्ञानिक तरीका है। यह सिर्फ शैक्षणिक प्रगति पर ही नहीं, बल्कि जीवन कौशल और आत्मनिर्भरता पर भी ध्यान केंद्रित करता है।
✅ अभिभावकों और शिक्षकों के लिए यह एक महत्वपूर्ण साधन है, जिससे वे बच्चों की क्षमताओं को पहचानकर उन्हें उचित प्रशिक्षण दे सकें।
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