PORTAGE

PORTAGE (पोर्टेज)

इसका निर्माण एस० एम० ब्लूमा, एम० सीएर, एच० फ्राहमेंन तथा जीन एम० होलीयर्ड द्वारा किया गया जिसका भारतीय परिवेश में हिन्दी अनुवाद किया गया है।

यह विकासात्मक समस्या वाले बच्चों के लिए एक गृह आधारित प्रशिक्षण तंत्र है जिसमें अभिभावक अपने बच्चों की शिक्षा में परोक्ष रूप से शामिल करते हैं।

यह 6 वर्ष के बच्चों के लिए उपयुक्त है इसमें प्रशिक्षण एक प्रशिक्षित पुनर्वास कर्मी द्वारा प्रदान किया जाता है।

विषय सूची:

में दिए गए क्षेत्र हैं शिशु उद्दीपन ,स्वयं सहायता, गामक,बौद्धिक,भाषा तथा समाजीकरण

प्रत्येक क्षेत्र में क्रियाएं क्रम से दी है।

प्रत्येक कौशल के लिए क्रिया कार्ड दिए गए हैंजिसमें बच्चों को प्रशिक्षित करने के लिए प्रयुक्त सामग्री तथा विधि का वर्णन है।

जांच तालिका के किनारे प्रतेक कौशल के लिए उपयुक्त आयु दी गई है।

इसमें सबसे पहले कौशलों में बच्चों का आकलन किया जाता है तथा उसकी कार्यात्मक स्तर कोकौशलों के सामने अभिलेखित किया जाता है।

इसमें उपलब्धि दर्शाने तथा टिप्पणी लिखने की भी व्यवस्था है।

पोर्टेज प्रोग्राम एक शिक्षण और सीखने का तंत्र है जो छोटे उम्र के बच्चों के विकास को समर्थन करने के लिए उपयोग किया जाता है। यह एक गाइडेड इंटरवेंशन प्रोग्राम है जिसका मुख्य उद्देश्य शिशुओं की विकासात्मक अवस्था को सुधारना है। पोर्टेज प्रोग्राम का उद्देश्य छोटे उम्र के बच्चों के विकास की अवधारणाओं, अनुभवों, और सीखने के तरीकों को समझने में सहायता करना है, ताकि उन्हें सफलतापूर्वक स्कूल और समाज में समाहित किया जा सके।

पोर्टेज असेसमेंट टूल एक तरीका या उपकरण है जो पोर्टेज सेवाओं की प्रभावकारिता और गुणवत्ता का मूल्यांकन करने के लिए प्रयोग किया जाता है, विशेष रूप से व्यक्तियों के साथ, विशेष रूप से विकलांगता या विकासात्मक आवश्यकताओं वाले बच्चों के साथ। ये उपकरण विभिन्न मूल्यांकन तकनीकों, प्रश्नावलियाँ, चेकलिस्ट, या अवलोकन फॉर्म शामिल कर सकते हैं ताकि बच्चे के विकास, प्रगति, और पोर्टेज हस्तक्षेप की कुल गुणवत्ता के बारे में जानकारी इकट्ठा की जा सके।

पोर्टेज असेसमेंट टूल का उद्देश्य पेशेवरों, माता-पिता, और देखभालकर्ताओं को बच्चे के विकास के बारे में सूचना प्रदान करना है ताकि वे बच्चे के विकास में और पोर्टेज कार्यक्रम में आवश्यक सुधार कर सकें। कुछ प्रसिद्ध पोर्टेज असेसमेंट टूल में पोर्टेज असेसमेंट स्केल (PAS), पोर्टेज चेकलिस्ट, और पोर्टेज प्रोग्रेस रिकॉर्ड शामिल हैं।

पोर्टेज प्रोग्राम के कुछ मुख्य तत्व निम्नलिखित हैं:

  1. इंटरवेंशन फ़ील्ड्स: इसमें छोटे उम्र के बच्चों के लिए कई विषयों का समावेश हो सकता है, जैसे कि संवाद, सामाजिक कौशल, मानसिक स्वास्थ्य, और शारीरिक कौशल।
  2. पोर्टेज प्रोग्राम की व्यवस्था: इसमें बच्चे के विकास की विविधता के लिए एक स्थिरित व्यवस्था होती है जो इंटरवेंशन को अनुकूलित करने में मदद करती है।
  3. वृत्तिक प्रक्रिया: पोर्टेज प्रोग्राम में वृत्तिक प्रक्रिया का महत्वपूर्ण स्थान है, जिसमें वृत्तिक जाँच के दौरान विकास की विभिन्न पहलुओं की जांच की जाती है।
  4. अभिभावक सहभागिता: इस प्रोग्राम में अभिभावकों की सहभागिता महत्वपूर्ण है, जिससे उन्हें उनके बच्चे के विकास के प्रक्रियाओं में शामिल होने में मदद मिल सके।
  5. समर्थन सेवाएं: पोर्टेज प्रोग्राम के तहत समर्थन सेवाएं तकनीकी सहायता, परामर्श, और शैक्षिक संसाधनों की पेशकश करती हैं जो विभिन्न आवश्यकताओं को पूरा करने में मदद कर सकती हैं।

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